Kadaknath Chicken Farming : सरकार की मदद से शुरू करे बिजनेस, होगी लाखो में कमाई

Kadaknath Chicken Farming: अगर आप भी अपना व्यवसाय शुरू करके हर महीने बड़ी कमाई करना चाहते हैं, तो कड़कनाथ मुर्गा के कारोबार के बारे में यह खबर आपके काम की है! यह काला मुर्गा (Kadaknath) ने दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई है! इसका बड़ा हिस्सा मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होता है! इसे आदिवासी क्षेत्र में कालीमासी के नाम से भी जाना जाता है! यह मुर्गा पूरी तरह से काला होता है!

इसके मांस को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है! कड़कनाथ चिकन (Kadaknath Chicken) अपने औषधीय गुणों के कारण काफी मांग में है! ऐसे में यह व्यवसाय अच्छी कमाई करता है! पोल्ट्री फार्मिंग व्यवसाय में चिकन दो तरह से पाले जाते हैं – ब्रॉयलर खेती और परतदार खेती! ब्रॉयलर खेती में मुर्गियों को पाला जाता है और उनका मांस बेचा जाता है!यदि आप कड़कनाथ मुर्गे के बिजनेस को चुनते हैं, तो आपको पहले इस व्यवसाय के बारे में अच्छी जानकारी हासिल करनी चाहिए। आपको उचित विशेषज्ञ सलाह लेनी चाहिए और सरकारी योजनाओं के बारे में भी जानना चाहिए, जो इस उद्यम को समर्थन प्रदान कर सकती हैं। सही मार्गदर्शन, प्रबंधन और उचित देखभाल के साथ, कड़कनाथ मुर्गे के बिजनेस से आप अच्छी कमाई कर सकते हैं।

कड़कनाथ चिकन फार्मिंग का व्यापार से क्या लाभ?

अगर आप कड़कनाथ चिकन फार्मिंग व्यवसाय शुरू करते हैं, तो आपको काफी लाभ प्राप्त हो सकता है। यहां कुछ मुख्य लाभ हैं:

  1. ब्राउन अंडे और मांस के मूल्य: कड़कनाथ चिकन की नस्ल द्वारा दिए गए ब्राउन अंडे बाजार में काफी महंगे बिकते हैं। इसके साथ ही, इस चिकन के मांस को भी उच्च मूल्य पर खरीदा जाता है। यह व्यापार आपको अच्छी मुनाफा प्रदान कर सकता है।
  2. सार्वजनिक मांग: कड़कनाथ चिकन के अंडे और मांस की मांग बाजार में काफी अधिक होती है। इसके कारण, आप अपने उत्पादों को अधिक मूल्य पर बेच सकते हैं। इस निश्चित मांग के कारण, आपको उच्च मूल्य की प्राप्ति हो सकती है।
  3. कम्पीटिशन की कमी: इस समय देश में कड़कनाथ चिकन के पोल्ट्री फार्म की कमी है, जिसका मतलब है कि आपको कम्पीटिशन कम मिलेगा। इसके कारण, आप इस नस्ल के मुर्गी के अंडे और मांस को अधिक मूल्य पर बेच सकेंगे। यह आपके लाभ को बढ़ा सकता है।

कड़कनाथ चिकन फार्मिंग व्यवसाय शुरू करने से पहले आपको उचित जानकारी और सही तकनीकी ज्ञान हासिल करना आवश्यक है। इसके साथ ही, आपको स्थानीय नियमों और विनियमों का पालन करना चाहिए। सही देखभाल, पोषण, और व्यवसायिक योजनाओं के साथ, कड़कनाथ चिकन फार्मिंग व्यवसाय आपके लिए लाभदायक साबित हो सकता है।

Kadaknath Chicken Farming के फायदे

  1. बेचने में आसानी: कड़कनाथ नस्ल के मुर्गे की मार्केट में अधिक मांग होती है, इसलिए इन्हें बेचना काफी आसान होता है। यह आपके उत्पाद की मार्केट में बिक्री को बढ़ावा देता है और आपको अच्छा मुनाफा प्राप्त होता है।
  2. कम बीमारियों का प्रकोप: कड़कनाथ नस्ल के मुर्गों में बीमारियों का प्रकोप कम होता है क्योंकि इनकी इम्युनिटी काफी मजबूत होती है। यह आपको अपनी पोल्ट्री फार्म में अधिक रोग मुक्तता का लाभ देता है और आपकी नुकसान को कम करता है।
  3. औषधीय गुण: कड़कनाथ मुर्गे में अन्य मुर्गियों की तुलना में औषधीय गुण अधिक पाए जाते हैं। इनका मांस प्राकृतिक रूप से प्रोटीन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होता है। इसलिए, इसे सेहत के लिए बहुत गुणकारी माना जाता है।
  4. आसान पालन: कड़कनाथ मुर्गी का पालन करना काफी सरल होता है। इन्हें खाद्य और पानी की आपूर्ति आसानी से प्रबंधित की जा सकती है। इसके लिए आपको कम संसाधनों की जरूरत होती है और यह आपके उपज को कम खर्च में बनाए रखता है।
  5. स्वास्थ्यकर लाभ: कड़कनाथ मुर्गे का मांस कैंसर, हृदय रोग और डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए बहुत गुणकारी होता है। इसमें मौजूद पोलिफिनॉल, विटामिन और अन्य पोषक तत्व स्वास्थ्य को सुरक्षा और पुनर्निर्माण में मदद करते हैं।

इन सभी फायदों के कारण, कड़कनाथ मुर्गा पोल्ट्री फार्मिंग कारोबार को उचित माना जाता है।

कड़कनाथ मुर्गे को मिला जीआई टैग

कड़कनाथ मुर्गा, जिसे मार्टिन कॉलर नामक विदेशी जानवरों के शोधकर्ता ने भारतीय जंगली मुर्गे की जाति के रूप में पहचाना है, एक विशेष प्रजाति का मुर्गा है। यह मुर्गा उच्च गुणवत्ता वाला मांस प्रदान करता है और इसका शोध वैज्ञानिक और आर्थिक महत्वपूर्ण हो सकता है।

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के साथ-साथ देश के कई राज्यों में कड़कनाथ मुर्गे के कारोबार की व्यापकता बढ़ रही है। इससे इस उत्पाद के बाजार में मांग तेजी से बढ़ रही है और उच्च मूल्य मिल रहा है। यह मुर्गा काले रंग का होता है और उनकी मांस की गुणवत्ता और स्वाद की वजह से प्रसिद्ध है।इस खास मुर्गे की पहचान को सरकार ने मान्यता दी है और उसे जीआई टैग (Geographical Indication Tag) प्रदान की है। जीआई टैग का मतलब है कि कड़कनाथ मुर्गा कोई अन्य मुर्गा नहीं है, यह विशेष और मान्यता प्राप्त जाति का है।

मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ सरकार ने इस व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित योजनाएं शुरू की हैं

  1. छत्तीसगढ़ में कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत, कड़कनाथ मुर्गों के पालन के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। इसके तहत, किसी व्यक्ति को 53,000 रुपये जमा करने पर, सरकार द्वारा 1000 चूजे, 30 मुर्गों की झोंपड़ियां और छह महीने तक मुफ्त चारा उपलब्ध कराया जाता है।
  2. मुर्गों के टीकाकरण और स्वास्थ्य देखभाल: सरकार इस व्यवसाय के शुरू होने के बाद मुर्गों के टीकाकरण और स्वास्थ्य देखभाल की जिम्मेदारी भी लेती है। यह सुनिश्चित करने के लिए है कि मुर्गे स्वस्थ रहें और अच्छा मांस प्रदान करें।
  3. मार्केटिंग सहायता: जब मुर्गे विकसित हो जाते हैं, तो सरकार मार्केटिंग के काम में मदद करती है। इसके माध्यम से, किसान को उत्पादों को अधिक मार्केटों तक पहुंचाने में सहायता मिलती है और व्यापार में उच्चतम मूल्य प्राप्त किया जा सकता है।

मध्य प्रदेश सरकार भी कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए योजनाएं चला रही है। इसका मकसद यह है कि किसानों को व्यवसाय की शुरुआत में सहायता मिले और उन्हें उत्पादों को बेहतर मार्केटों तक पहुंचाने में मदद की जाए।

इन योजनाओं के माध्यम से सरकार कड़कनाथ मुर्गी पालन को बढ़ावा दे रही है और किसानों को इस उद्यम में सहायता प्रदान कर रही है। इसके परिणामस्वरूप, यह व्यवसाय बढ़ रहा है और कड़कनाथ मुर्गे की मांग भी बढ़ रही है।

कितना लाभ होगा (Kadaknath Chicken Farming)

कड़कनाथ मुर्गी पालन (Kadaknath Chicken Farming) एक लाभदायक व्यवसाय हो सकता है। इस व्यापार में एक कड़कनाथ मुर्गे की बाजार में मूल्य लगभग 3,000 से 4,000 रुपये तक होती है। इसके मांस की कीमत प्रति किलो 700 से 1,000 रुपये तक हो सकती है। सर्दियों में मांस की मांग बढ़ जाती है, जिसके कारण कड़कनाथ मुर्गे की कीमत 1,000 से 1,200 रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है।

यदि आपने 53,000 रुपये में सरकार से 1,000 मुर्गियां खरीदी हैं, तो यह एक अच्छा लाभदायक मौका हो सकता है। मान लीजिए कि एक मुर्गे से औसतन 3 किलो मांस प्राप्त होता है, तो आप सर्दियों में 6 महीनों के दौरान 35 लाख रुपये से भी अधिक कमा सकते हैं। इसमें आपको इनकी खाद्य और शेड बनाने के लिए 6 महीने तक खर्च नहीं करना पड़ता है।
कड़कनाथ मुर्गी पालन व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने के लिए आपको सही प्रबंधन, देखभाल और बाजार की मांग को ध्यान में रखना होगा। इसके साथ ही, आपको सरकारी योजनाओं और सहायता का भी लाभ उठाना चाहिए जो आपको कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए उपलब्ध हो सकती हैं।

कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए कुछ महत्वपूर्ण टिप्स (Kadaknath Chicken Farming)

  1. फार्म की स्थापना: कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए एक उचित फार्म को गांव या शहर से थोड़ी दूर स्थापित करें। इससे आपके पास किसी भी प्रकार की अवरुद्धि नहीं होगी और चूजों के लिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल बनेगा।
  2. प्रशिक्षण प्राप्त करें: कड़कनाथ मुर्गी पालन के लिए अगर आपको इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, तो आप नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र या किसी अन्य कड़कनाथ मुर्गी पालन केंद्र से प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं। इससे आपको उचित ज्ञान प्राप्त होगा और आप अच्छे तरीके से फार्मिंग कर सकेंगे।
  3. अलग रखें: स्वस्थ चूजों को ही फार्म शेड में रखें और किसी बीमार चूजे या मुर्गियों को अलग रखें। यह आपके पशुओं के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखेगा और संक्रमण के प्रसार को रोकेगा।
  4. ऊँचाई पर फार्म शेड: कड़कनाथ मुर्गी फार्म शेड को ऊँचाई पर बनाएं, ताकि पानी जमाव की समस्या न हो। यह आपके चूजों को सुखी और स्वस्थ रखेगा, चाहे वह बारिश हो या अन्य कारणों से भीग जाए।
  5. प्रकाश और पानी की व्यवस्था: फार्म में उचित प्रकाश और पानी की व्यवस्था रखें। चूजों को प्राकृतिक रूप से ऊष्णता और आवश्यक पोषण प्रदान करें।
  6. वैक्सीनेशन: कड़कनाथ मुर्गी फार्म में समय-समय पर वैक्सीनेशन करवानी चाहिए। आप किसी अच्छे डॉक्टर या कृषि विज्ञान केंद्र से इसके बारे में जानकारी प्राप्त करें, जिससे आप वैक्सीनेशन का सही समय और विधि जान सकें।
  7. कर्मचारी: यदि आपका फार्म बड़ा है, तो आप आवश्यकतानुसार कर्मचारी भी रख सकते हैं। वे चूजों की देखभाल, खाद्य-पोषण और सामग्री की व्यवस्था कर सकेंगे।

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